Senior Asian Wrestling Championship 2025
Senior Asian Wrestling Championship 2025 का आयोजन 25 से 30 मार्च के बीच अम्मान, जॉर्डन में किया गया। इस प्रतियोगिता में भारतीय पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 10 पदक अपने नाम किए, जिनमें एक स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य शामिल हैं।
स्वर्ण पदक विजेता

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मनीषा भानवाला (महिला 62 किग्रा)
मनीषा ने फाइनल मुकाबले में दक्षिण कोरिया की ओक जे किम को 8-7 से हराकर भारत को एकमात्र स्वर्ण पदक दिलाया। उनकी इस ऐतिहासिक जीत ने भारत के लिए चार साल के स्वर्ण पदक के सूखे को खत्म कर दिया।
रजत पदक विजेता
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रीतिका हुड्डा (महिला 76 किग्रा)
रीतिका ने अपने वर्ग में बेहतरीन खेल दिखाया और फाइनल तक पहुंची, लेकिन अंतिम मुकाबले में किर्गिस्तान की ऐपेरी मेडेट किजी से 7-6 के करीबी अंतर से हार गईं और रजत पदक अपने नाम किया। -
उदित (पुरुष फ्रीस्टाइल 61 किग्रा)
उदित ने पूरे टूर्नामेंट में दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन फाइनल में जापान के ताकारा सुदा के खिलाफ 6-4 से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। -
दीपक पुनिया (पुरुष फ्रीस्टाइल 92 किग्रा)
दीपक ने भी फाइनल में जगह बनाई, लेकिन ईरान के अमीरहोसैन बिगलर से 10-0 से हारकर रजत पदक जीता।
कांस्य पदक विजेता
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अंतिम पंघाल (महिला 53 किग्रा)
अंतिम ने कांस्य पदक मुकाबले में दमदार प्रदर्शन करते हुए चीनी ताइपे की पहलवान को 10-0 से हराया। -
मुस्कान (महिला 59 किग्रा)
मुस्कान ने भी कांस्य पदक जीता, जहां उन्होंने मंगोलिया की पहलवान को 4-0 से मात दी। -
मानसी लाठेर (महिला 68 किग्रा)
मानसी ने कजाकिस्तान की पहलवान को 12-2 के बड़े अंतर से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। -
सुनील कुमार (ग्रीको-रोमन 87 किग्रा)
सुनील ने कांस्य पदक जीतने के लिए चीनी पहलवान जियाक्सिन हुआंग को 5-1 से पराजित किया। -
नितेश (ग्रीको-रोमन 97 किग्रा)
नितेश ने भी दमदार खेल दिखाया और कांस्य पदक हासिल किया। -
दिनेश कुमार (पुरुष फ्रीस्टाइल 125 किग्रा)
दिनेश ने कांस्य पदक मुकाबले में तुर्कमेनिस्तान के पहलवान को 12-12 के स्कोर पर तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हराकर पदक अपने नाम किया।
भारत का प्रदर्शन
इस चैंपियनशिप में भारतीय पहलवानों का प्रदर्शन शानदार रहा। मनीषा का स्वर्ण पदक विशेष रूप से ऐतिहासिक रहा, क्योंकि यह 2021 के बाद भारत का पहला स्वर्ण था। इसके अलावा, अन्य पहलवानों ने भी उत्कृष्ट खेल भावना दिखाते हुए कई पदक हासिल किए। इस प्रदर्शन से यह साफ हो गया है कि भारतीय कुश्ती एशिया में शीर्ष स्तर पर बनी हुई है और भविष्य में और भी बेहतर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
Senior Asian Wrestling Championship एक विस्तृत जानकारी
Senior Asian Wrestling Championship एशिया की एक प्रतिष्ठित कुश्ती प्रतियोगिता है, जिसमें विभिन्न देशों के शीर्ष पहलवान हिस्सा लेते हैं। यह प्रतियोगिता हर साल आयोजित की जाती है और इसमें पुरुषों तथा महिलाओं की कुश्ती के अलग-अलग वर्ग होते हैं।
Senior Asian Wrestling Championship का इतिहास और विकास

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शुरुआत: इस चैंपियनशिप की शुरुआत 1979 में हुई थी। पहले केवल पुरुषों के मुकाबले होते थे, लेकिन 1996 से इसमें महिलाओं की कुश्ती भी शामिल कर दी गई।
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आयोजन: यह प्रतियोगिता हर साल एशिया के अलग-अलग देशों में आयोजित की जाती है, जिसमें कुश्ती महासंघों द्वारा चयनित पहलवान भाग लेते हैं।
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महत्व: यह चैंपियनशिप एशियाई पहलवानों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान और अनुभव मिलता है।
आयोजन स्थल और मेजबान देश
हर साल इस चैंपियनशिप का आयोजन किसी नए देश में किया जाता है। हाल के वर्षों में इसके प्रमुख आयोजन स्थल इस प्रकार रहे हैं:
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2021: अल्माटी, कज़ाख़स्तान
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2022: उलानबातार, मंगोलिया
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2023: अस्ताना, कज़ाख़स्तान
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2024: बिश्केक, किर्गिस्तान
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2025: अम्मान, जॉर्डन
Senior Asian Wrestling Championship का प्रारूप
इस प्रतियोगिता में तीन प्रमुख कुश्ती श्रेणियां शामिल होती हैं:
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ग्रीको-रोमन कुश्ती (पुरुषों के लिए): इस शैली में पहलवान केवल कमर के ऊपर के हिस्से का उपयोग कर सकते हैं।
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फ्रीस्टाइल कुश्ती (पुरुषों के लिए): इसमें पहलवान पूरे शरीर का उपयोग कर सकते हैं, जिससे अधिक विविध तकनीकों का प्रदर्शन संभव होता है।
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फ्रीस्टाइल कुश्ती (महिलाओं के लिए): यह महिलाओं के लिए विशेष रूप से निर्धारित श्रेणी है, जहां वे फ्रीस्टाइल नियमों के तहत मुकाबला करती हैं।
विभिन्न भार वर्ग
पुरुष ग्रीको-रोमन और फ्रीस्टाइल: 57 किग्रा, 61 किग्रा, 65 किग्रा, 70 किग्रा, 74 किग्रा, 79 किग्रा, 86 किग्रा, 92 किग्रा, 97 किग्रा और 125 किग्रा।
महिला फ्रीस्टाइल: 50 किग्रा, 53 किग्रा, 55 किग्रा, 57 किग्रा, 59 किग्रा, 62 किग्रा, 65 किग्रा, 68 किग्रा, 72 किग्रा और 76 किग्रा।
भारत का प्रदर्शन इस चैंपियनशिप में
भारतीय पहलवानों ने इस प्रतियोगिता में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत के पहलवानों ने कई बार स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते हैं, जिससे देश का नाम रोशन हुआ है।
2025 की चैंपियनशिप में भारत का प्रदर्शन:
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मनीषा भानवाला (महिला 65 किग्रा) – स्वर्ण पदक
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रीतिका हुड्डा (महिला 76 किग्रा) – रजत पदक
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अंतिम पंघाल (महिला 53 किग्रा) – कांस्य पदक
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मुस्कान (महिला 59 किग्रा) – कांस्य पदक
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मानसी लाठेर (महिला 68 किग्रा) – कांस्य पदक
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सुनील कुमार (ग्रीको-रोमन 87 किग्रा) – कांस्य पदक
महत्व और भविष्य
यह चैंपियनशिप एशियाई कुश्ती महासंघ द्वारा आयोजित की जाती है और इसे पहलवानों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच माना जाता है। इससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए अनुभव मिलता है और वे ओलंपिक जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए अपनी तैयारी मजबूत कर सकते हैं।
आने वाले वर्षों में यह चैंपियनशिप और भी अधिक प्रतिस्पर्धात्मक होगी और इसमें भाग लेने वाले देशों की संख्या बढ़ेगी। भारतीय पहलवानों से भी उम्मीद है कि वे इस प्रतियोगिता में लगातार अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।
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