जयश्री वेंकटेशन – ‘Wetland Wise Use’ के लिए रामसर पुरस्कार (Ramsar Award) जीतने वाली पहली महिला

डॉ. जयश्री वेंकटेशन, जो चेन्नई स्थित केयर अर्थ ट्रस्ट की सह-संस्थापक हैं, ने प्रतिष्ठित रामसर अवार्ड (Ramsar Award) जीतकर इतिहास रच दिया है। वह इस सम्मान को प्राप्त करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। उन्हें यह पुरस्कार ‘वेटलैंड वाइज यूज़’ (Wetland Wise Use) श्रेणी में दिया गया है, जो उनके द्वारा भारत के वेटलैंड्स (आर्द्रभूमियों) के संरक्षण के लिए किए गए दशकों के समर्पित कार्यों को मान्यता देता है।
🏆 रामसर पुरस्कार (Ramsar Award)क्या है?
रामसर पुरस्कार वेटलैंड संरक्षण और उनके सतत उपयोग के लिए उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार रामसर कन्वेंशन (Ramsar Convention) के तहत दिया जाता है, जो वैश्विक स्तर पर वेटलैंड्स के संरक्षण के लिए काम करने वाला एक महत्वपूर्ण संगठन है।
🌿 डॉ. जयश्री वेंकटेशन का योगदान
डॉ. वेंकटेशन ने अपने करियर की शुरुआत केवल $350 (लगभग ₹30,000) से की थी। उन्होंने चेन्नई के पल्लिकरणई मार्श (Pallikaranai Marsh) के पारिस्थितिक महत्व को डॉक्यूमेंट किया और इसके संरक्षण के लिए विशेष अभियान चलाया। यह वेटलैंड चेन्नई के बाढ़ प्रबंधन और जैव विविधता संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
डॉ. जयश्री ने एक महिला-प्रधान अनुसंधान दल का नेतृत्व किया, जिसने वेटलैंड्स के महत्व को उजागर किया। उनकी संस्था केयर अर्थ ट्रस्ट की स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य जैव विविधता संरक्षण, अनुसंधान, जागरूकता और क्षमता निर्माण है।
🌎 वेटलैंड्स के प्रति जागरूकता अभियान
डॉ. वेंकटेशन के नेतृत्व में केयर अर्थ ट्रस्ट ने वेटलैंड्स को “वेस्टलैंड” समझे जाने की धारणा को तोड़ा और उनके महत्व को वैज्ञानिक आधार पर सिद्ध किया। उनके प्रयासों के कारण पल्लिकरणई मार्श को संरक्षित क्षेत्र का दर्जा मिला।
🔎 प्रमुख तथ्य:
- डॉ. जयश्री वेंकटेशन को रामसर अवार्ड (Ramsar Award) ‘वेटलैंड वाइज यूज़’ श्रेणी में मिला।
- उन्होंने केयर अर्थ ट्रस्ट के माध्यम से वेटलैंड्स संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- चेन्नई के पल्लिकरणई मार्श के संरक्षण में उनका योगदान अहम रहा है।
- यह पुरस्कार भारत में वेटलैंड्स के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
डॉ. जयश्री वेंकटेशन का यह सम्मान भारत में वेटलैंड संरक्षण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उनके प्रयासों से न केवल वेटलैंड्स का संरक्षण हुआ है, बल्कि नई पीढ़ी को भी पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा मिली है। 🌱
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🏆 रामसर पुरस्कार (Ramsar Award) के बारे में संपूर्ण जानकारी :
रामसर पुरस्कार (Ramsar Award) वेटलैंड्स (आर्द्रभूमि) के संरक्षण और सतत उपयोग (Sustainable Use) के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों, संगठनों और संस्थानों को सम्मानित करता है, जिन्होंने वेटलैंड्स के संरक्षण, प्रबंधन और उपयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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📖 रामसर पुरस्कार (Ramsar Award) का इतिहास
- रामसर पुरस्कार (Ramsar Award) की शुरुआत वर्ष 1996 में हुई थी।
- इस पुरस्कार की स्थापना रामसर कन्वेंशन (Ramsar Convention) के तहत की गई थी।
- रामसर कन्वेंशन, जिसे “वेटलैंड्स पर संधि” (Convention on Wetlands) के रूप में भी जाना जाता है, वर्ष 1971 में ईरान के रामसर शहर में स्थापित की गई थी।
- इसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक स्तर पर वेटलैंड्स के संरक्षण और उनके विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देना है।
🌎 रामसर कन्वेंशन के मुख्य उद्देश्य
- वेटलैंड्स के पारिस्थितिकीय संतुलन को बनाए रखना।
- वेटलैंड्स के सतत और विवेकपूर्ण उपयोग को प्रोत्साहित करना।
- जैव विविधता को संरक्षित करना।
- जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना।
- वेटलैंड्स से जुड़ी स्थानीय समुदायों की आजीविका को सुरक्षित करना।
🏅 रामसर पुरस्कार की श्रेणियां
रामसर पुरस्कार (Ramsar Award) विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किया जाता है:
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वेटलैंड्स वाइज यूज (Wetland Wise Use):
- वेटलैंड्स के संतुलित और विवेकपूर्ण उपयोग के लिए दिया जाता है।
- जैव विविधता संरक्षण और पारिस्थितिकीय सेवाओं को बनाए रखने के लिए।
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वेटलैंड्स इनोवेशन (Wetland Innovation):
- वेटलैंड संरक्षण के नए और रचनात्मक तरीकों के लिए दिया जाता है।
- तकनीकी और प्रबंधन दृष्टिकोण में नवीनता के लिए।
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वेटलैंड्स यंग इनोवेटर (Wetland Young Innovator):
- युवा व्यक्तियों द्वारा वेटलैंड संरक्षण के क्षेत्र में किए गए प्रयासों के लिए दिया जाता है।
- यह श्रेणी 2018 में जोड़ी गई थी।
🏆 रामसर पुरस्कार का स्वरूप
- पुरस्कार विजेता को एक प्रमाण पत्र और रामसर प्रतीक चिन्ह (Ramsar Emblem) प्रदान किया जाता है।
- विजेता को एक धनराशि भी दी जाती है, जो वेटलैंड संरक्षण के कार्यों को और आगे बढ़ाने के लिए होती है।
- यह पुरस्कार हर तीन साल में एक बार दिया जाता है।
👩🔬 प्रमुख भारतीय विजेता
- डॉ. जयश्री वेंकटेशन (2025) – वेटलैंड वाइज यूज श्रेणी में भारत की पहली महिला विजेता।
- चिलिका डेवलपमेंट अथॉरिटी (2002) – चिलिका झील के सतत प्रबंधन के लिए।
- केरल का वेंबनाड कोल वेटलैंड (2010) – सामुदायिक भागीदारी के लिए।
🌍 रामसर साइट्स (Ramsar Sites) क्या हैं?
- वे वेटलैंड्स, जिन्हें रामसर कन्वेंशन के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व के रूप में मान्यता प्राप्त है, रामसर साइट्स कहलाते हैं।
- भारत में अब तक 75 रामसर साइट्स हैं।
- भारत की पहली रामसर साइट चिलिका झील (ओडिशा) और कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान (मणिपुर) हैं।
- सबसे बड़ी रामसर साइट – सूर सरोवर (उत्तर प्रदेश)
- सबसे छोटी रामसर साइट – रेनूका झील (हिमाचल प्रदेश)
🏅 रामसर पुरस्कार 2025 के विजेता
डॉ. जयश्री वेंकटेशन ने वर्ष 2025 में ‘वेटलैंड वाइज यूज’ श्रेणी में पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया।
- उन्होंने चेन्नई के पल्लिकरणई मार्श के संरक्षण में अहम भूमिका निभाई।
- उनके प्रयासों से इस वेटलैंड का पारिस्थितिक संतुलन और जैव विविधता संरक्षित हुई है।
🔎 महत्वपूर्ण तथ्य (Key Facts):
तथ्य | विवरण |
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रामसर पुरस्कार की शुरुआत | 1996 |
रामसर कन्वेंशन की स्थापना | 2 फरवरी 1971 |
रामसर कन्वेंशन लागू हुआ | 21 दिसंबर 1975 |
पहली रामसर साइट | चिलिका झील (भारत) |
भारत की रामसर साइट्स की संख्या | 75 |
रामसर पुरस्कार की श्रेणियां | वाइज यूज, इनोवेशन, यंग इनोवेटर |
रामसर पुरस्कार का आयोजन | हर तीन साल में एक बार |
👉 निष्कर्ष:
रामसर पुरस्कार वेटलैंड्स के संरक्षण और प्रबंधन में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। डॉ. जयश्री वेंकटेशन की उपलब्धि भारत के लिए गर्व का विषय है और इससे देश में वेटलैंड संरक्षण के प्रति जागरूकता और प्रोत्साहन को बढ़ावा मिलेगा। 🌿
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