
📅 घोषणा की तिथि:
14 अप्रैल 2025 को जापान के आंतरिक मामलों और संचार मंत्रालय ने यह आँकड़े जारी किए।
📉 मुख्य बिंदु:
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कुल जनसंख्या में गिरावट:
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1 अक्टूबर 2024 तक इसकी कुल जनसंख्या घटकर 12.38 करोड़ रह गई।
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पिछले वर्ष की तुलना में जनसंख्या में 5.5 लाख की कमी दर्ज की गई।
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जापानी नागरिकों की संख्या:
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जापानी मूल के नागरिकों की संख्या अब 12.03 करोड़ रह गई है।
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इसमें 8.98 लाख की कमी आई है, जो अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक गिरावट है।
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उम्रदराज आबादी का इज़ाफा:
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75 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों की संख्या 2.07 करोड़ है।
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यह आंकड़ा कुल जनसंख्या का 17% से भी अधिक है।
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प्रान्तीय स्थिति:
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47 में से 45 प्रान्तों में जनसंख्या में गिरावट दर्ज की गई है।
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केवल टोक्यो और साइटामा में थोड़ी बढ़ोतरी देखी गई।
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⚠️ गिरती जनसंख्या के संभावित कारण:
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युवा वर्ग में शादी और बच्चे पैदा करने की प्रवृत्ति में कमी।
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उच्च जीवन लागत और करियर प्राथमिकताएं।
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वृद्ध आबादी का अनुपात लगातार बढ़ रहा है, जबकि जन्म दर घट रही है।
🏛️ सरकारी प्रयास:
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सरकार ने जनसंख्या स्थिर रखने के लिए प्रोत्साहन योजनाएँ,
जैसे — शादी को बढ़ावा देना, बच्चों की परवरिश में सहयोग, और प्रवासियों को आकर्षित करने के प्रयास शुरू किए हैं।
🌏 वैश्विक प्रभाव:
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इसकी अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है —
जैसे कि कामगारों की कमी, पेंशन व्यवस्था पर दबाव, और स्वास्थ्य सेवाओं की मांग में वृद्धि। - For More Infromation – https://www.stat.go.jp/
जापान: स्वतंत्रता से अब तक का सफर
🗾 1. जापान की मूल पहचान:
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इसको “निप्पोन” या “निहोन” कहा जाता है, जिसका अर्थ है – “सूर्य की उत्पत्ति की भूमि”।
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यह एक द्वीपीय देश है जो पूर्वी एशिया में स्थित है और चार बड़े द्वीपों (होंशू, होक्काइडो, क्यूशू, शिकोकू) से मिलकर बना है।
🏯 2. प्राचीन इतिहास और साम्राज्य:
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इसमें सम्राट की परंपरा लगभग 660 ईसा पूर्व से चली आ रही है।
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सम्राट तेनमु और बाद में हीयन काल (794–1185) में सांस्कृतिक और साहित्यिक उन्नति हुई।
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समुराई योद्धाओं और शोगुन शासन का वर्चस्व कई सदियों तक रहा।
🧭 3. बाहरी संपर्क और अलगाव:
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17वीं सदी में इसने खुद को बाहरी दुनिया से लगभग 220 वर्षों तक अलग कर लिया था (साकोकू नीति)।
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यह स्थिति तब तक रही जब तक 1853 में अमेरिकी नौसेना कमांडर मैथ्यू पेरी के दबाव में इसने अपने बंदरगाह खोले।
🔄 4. मेइजी पुनर्स्थापन (1868):
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1868 में मेइजी सम्राट के सत्ता में आने के बाद इसने पश्चिमी शैली में आधुनिकीकरण शुरू किया।
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सैन्य, शिक्षा, उद्योग और तकनीक में तीव्र विकास हुआ।
⚔️ 5. द्वितीय विश्व युद्ध और स्वतंत्रता:
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इसने 1930-40 के दशक में एशिया में विस्तारवादी नीतियाँ अपनाईं।
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1941 में इसने पर्ल हार्बर पर हमला किया, जिससे अमेरिका युद्ध में कूद पड़ा।
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1945 में हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमले के बाद इसने आत्मसमर्पण कर दिया।
🕊️ 6. युद्ध के बाद का नया जापान:
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1947 में इसने नया संविधान अपनाया, जिसमें उसे एक शांतिपूर्ण देश घोषित किया गया।
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सम्राट को केवल प्रतीकात्मक भूमिका में रखा गया।
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अमेरिका की मदद से जापान ने तेज़ी से आर्थिक पुनर्निर्माण किया।
📈 7. आर्थिक चमत्कार (1950–1990):
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जापान बना एक वैश्विक औद्योगिक महाशक्ति।
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ऑटोमोबाइल (Toyota, Honda) और इलेक्ट्रॉनिक्स (Sony, Panasonic) जैसे ब्रांड्स ने पूरी दुनिया में नाम कमाया।
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1980 के दशक में जापान विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया।
🌏 8. समकालीन जापान (2000 के बाद):
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जापान तकनीक, रोबोटिक्स, और इनोवेशन में अग्रणी बना।
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देश को बढ़ती वृद्ध आबादी, जनसंख्या में गिरावट, और कम जन्म दर जैसी चुनौतियाँ भी मिलीं।
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2011 में फुकुशिमा परमाणु हादसे ने ऊर्जा नीति पर प्रभाव डाला।
👑 9. राजनीति और शासन प्रणाली:
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जापान एक संवैधानिक राजशाही है।
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सम्राट नारुहितो वर्तमान में इसके सम्राट हैं (2019 से)।
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देश का प्रशासन प्रधानमंत्री और संसद द्वारा चलता है।
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वर्तमान प्रधानमंत्री (2025 तक): फुमियो किशिदा
🎌 10. संस्कृति और समाज:
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इसकी संस्कृति अनुशासन, साफ़-सफ़ाई, और सामूहिक सोच पर आधारित है।
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पारंपरिक कलाएँ: काबुकी, नोह, ओरिगामी, चाय समारोह, समुराई संस्कृति।
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जापान एनीमे और मंगा का जन्म स्थान है, जो आज पूरी दुनिया में लोकप्रिय है।
📊 11. जनसंख्या और चुनौतियाँ (2025):
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इसकी जनसंख्या लगातार 14वें साल घट रही है।
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युवाओं की संख्या घट रही है जबकि बुज़ुर्गों की संख्या बढ़ रही है।
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सरकार अब प्रवासी कामगारों और परिवार सहायता योजनाओं पर ध्यान दे रही है।
🛤️ 12. विशेषताएँ जो जापान को अलग बनाती हैं:
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बुलेट ट्रेन (शिंकानसेन) – विश्व की सबसे तेज़ और समयनिष्ठ ट्रेनों में से एक।
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साफ-सुथरे शहर, टेक्नोलॉजी का बेजोड़ उपयोग, और अद्भुत आपदा प्रबंधन प्रणाली।
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“मेड इन जापान” उत्पादों की विश्वसनीयता उच्चतम मानी जाती है।
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