
6 मार्च 2024 को मॉरीशस ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) के कंट्री पार्टनरशिप फ्रेमवर्क पर हस्ताक्षर किए। इस पहल के साथ मॉरीशस पहला अफ्रीकी देश बन गया है जिसने इस फ्रेमवर्क को स्वीकार किया है।
इस समझौते का उद्देश्य सौर ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना है। इसके जरिए मॉरीशस और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन मिलकर स्वच्छ और सतत ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने की दिशा में काम करेंगे। इसका मकसद 2030 तक 1000 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करना, 1000 करोड़ डॉलर का निवेश जुटाना और 100 करोड़ लोगों को ऊर्जा की सुविधा उपलब्ध कराना है।
मॉरीशस का यह कदम न केवल देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा, बल्कि अफ्रीकी महाद्वीप में स्वच्छ ऊर्जा के विस्तार की दिशा में भी एक प्रेरक पहल बनकर उभरेगा।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) – एक विस्तृत परिचय
🌐 परिचय:
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक सहयोग को मजबूत करना है। यह संगठन खास तौर पर उन देशों के लिए बनाया गया है जो कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच स्थित हैं और जिनके पास सूर्य की ऊर्जा का भरपूर स्रोत मौजूद है।
🏁 स्थापना:
इसकी शुरुआत 30 नवंबर 2015 को भारत और फ्रांस द्वारा मिलकर की गई थी। यह घोषणा पेरिस जलवायु सम्मेलन (COP-21) के दौरान की गई थी। इस संगठन की कल्पना भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने की थी, ताकि विश्वभर में सौर ऊर्जा को एक मजबूत और किफायती विकल्प के रूप में विकसित किया जा सके।
📍 मुख्यालय:
इसका मुख्यालय गुरुग्राम, हरियाणा (भारत) में स्थित है। यह भारत में स्थित पहला ऐसा अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर कार्य कर रहा है।
🌍 सदस्य देश:
इसमें अब तक 100 से अधिक देश सदस्य या हस्ताक्षरकर्ता बन चुके हैं। इनमें से अधिकतर वे देश हैं जो सूर्य की तेज रोशनी वाले क्षेत्र में आते हैं। ये सभी देश मिलकर ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन से लड़ाई, और टिकाऊ विकास के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने पर काम कर रहे हैं।
🎯 मुख्य उद्देश्य:
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का मकसद है:
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सौर ऊर्जा का व्यापक उपयोग बढ़ाना, खासकर विकासशील देशों में।
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1000 गीगावाट सौर ऊर्जा क्षमता 2030 तक स्थापित करना।
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1000 अरब डॉलर का निवेश सौर ऊर्जा परियोजनाओं में जुटाना।
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100 करोड़ लोगों को स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा की सुविधा देना।
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सौर तकनीक को सस्ती, विश्वसनीय और किफायती बनाना।
📑 प्रमुख कार्य और योजनाएं:
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सदस्य देशों के बीच तकनीकी सहयोग और प्रशिक्षण देना।
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वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था करना जिससे गरीब देश भी सौर परियोजनाएं शुरू कर सकें।
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नीतियों और नियमों को विकसित करने में सहयोग करना।
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साझा प्रौद्योगिकी मंच बनाना जहाँ सदस्य देश अनुभव साझा कर सकें।
🌀 ISA का लोगो:

इसके लोगो में 121 बिंदु होते हैं, जो मूल रूप से ISA के लक्षित 121 देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह लोगो सूर्य के चारों ओर फैलते प्रकाश की तरह डिज़ाइन किया गया है, जो संगठन के सौर ऊर्जा के प्रतीकात्मक और वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
🌐 ISA की आधिकारिक वेबसाइट:
For More Information , Official Site – https://isolaralliance.org
यह वेबसाइट अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की गतिविधियों, रिपोर्ट्स, सदस्यता जानकारी, और नवीनतम
अपडेट के लिए प्रमुख स्रोत है।
🌞 ISA का महत्व:
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यह संगठन सौर ऊर्जा को वैश्विक स्तर पर सुलभ और किफायती बनाने में मदद कर रहा है।
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यह जलवायु परिवर्तन से लड़ने में अहम भूमिका निभा रहा है।
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अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन विकासशील देशों को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने में सहायक है।
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भारत की नेतृत्व क्षमता को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मजबूती देता है।
🔚 निष्कर्ष:
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन एक दूरदर्शी पहल है जो न केवल ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति ला रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास की दिशा में भी बड़ा कदम है। भारत और दुनिया के बाकी देशों के लिए यह संगठन एक उम्मीद की किरण है – एक स्वच्छ, सस्ती और उज्ज्वल ऊर्जा भविष्य की ओर।
कंट्री पार्टनरशिप फ्रेमवर्क (CPF) – परिचय
कंट्री पार्टनरशिप फ्रेमवर्क (CPF) एक रणनीतिक दस्तावेज है, जो यह निर्धारित करता है कि विश्व बैंक समूह (WBG) किसी विशेष देश के साथ किस प्रकार सहयोग करेगा। यह आमतौर पर सरकार और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर तैयार किया जाता है। CPF में विकास सहयोग के लिए एक स्पष्ट योजना होती है, जो देश की विकासात्मक प्राथमिकताओं, लक्ष्यों और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर तैयार की जाती है। यह आमतौर पर 4-6 वर्षों के लिए होता है और इसके तहत विश्व बैंक द्वारा प्रदान की जाने वाली सहायता और प्राथमिक क्षेत्रों की पहचान की जाती है।
For More Information – World Bank CPF Collection
CPF की प्रमुख विशेषताएँ:
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देश-विशिष्ट ध्यान: यह विशेष रूप से देश की जरूरतों के अनुसार तैयार किया जाता है।
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सहयोगात्मक प्रक्रिया: सरकार, नागरिक समाज और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर तैयार किया जाता है।
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परिणामोन्मुखी: इसका उद्देश्य मापनीय परिणाम प्राप्त करना होता है।
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राष्ट्रीय प्राथमिकताओं से मेल: यह देश के विकास लक्ष्यों के साथ मेल खाता है।
अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट https://currentafffairs.com/ पर Visit करें |