
केरल देश का पहला ऐसा राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है जहाँ हर नागरिक डिजिटल रूप से साक्षर होगा। राज्य सरकार ने “डिजी-केरल” (Digi-Kerala) नामक अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य हर व्यक्ति को डिजिटल तकनीक की बुनियादी जानकारी देना है। इसके तहत लोगों को स्मार्टफोन, सोशल मीडिया, वीडियो कॉल, ऑनलाइन सेवाओं और अन्य डिजिटल माध्यमों के इस्तेमाल की शिक्षा दी जा रही है।
इससे पहले भी केरल ने कई डिजिटल उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यह भारत का पहला राज्य है जहाँ सभी सरकारी सेवाएँ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं। राज्य में डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा चुकी है और एक डिजिटल साइंस पार्क बनाने की योजना भी चल रही है।
केरल की पुल्लमपारा पंचायत पहले ही देश की पहली पूर्ण डिजिटल साक्षर पंचायत घोषित हो चुकी है। अब पूरे राज्य को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। यह पहल डिजिटल इंडिया के सपने को मजबूत आधार देती है और अन्य राज्यों के लिए एक प्रेरणा बन सकती है।
यह कदम न सिर्फ तकनीकी विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि नागरिकों को भी सशक्त बनाएगा, जिससे वे नई तकनीकों के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बना सकेंगे।
केरल राज्य की संपूर्ण जानकारी (मूल से वर्तमान तक)
🌊 भौगोलिक स्थिति
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भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित है।
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पश्चिम में अरब सागर, उत्तर में कर्नाटक, पूर्व में तमिलनाडु से घिरा है।
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पश्चिमी घाट (सह्याद्रि पर्वत) इसकी पूर्वी सीमा पर फैले हैं।
🕉️ इतिहास व उत्पत्ति
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प्राचीन काल में केरल को “चेर राज्य” कहा जाता था।
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यह क्षेत्र संगम काल (300 ईसा पूर्व – 300 ईस्वी) में साहित्य और संस्कृति का केंद्र रहा।
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कहा जाता है कि भगवान परशुराम ने समुद्र को पीछे धकेलकर केरल की भूमि बनाई थी (पौराणिक मान्यता)।
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कई विदेशी व्यापारियों (अरब, चीनी, यहूदी, पुर्तगाली) का व्यापारिक स्थल रहा।
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1498 में वास्को-दा-गामा कालीकट (कोझीकोड) के तट पर उतरे थे।
🇮🇳 राज्य गठन
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1 नवंबर 1956 को केरल राज्य की स्थापना “राज्य पुनर्गठन अधिनियम” के तहत हुई।
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मलयालम भाषा को आधार बनाकर त्रावणकोर, कोचिन और मालाबार को मिलाकर केरल बनाया गया।
🗣️ भाषा व संस्कृति
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मुख्य भाषा: मलयालम।
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केरल की संस्कृति में नृत्य, संगीत, त्योहार और आयुर्वेद का विशेष स्थान है।
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प्रमुख पारंपरिक नृत्य: कथकली, मोहिनीअट्टम, थेय्यम।
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ओणम, विशु, ईद और क्रिसमस प्रमुख पर्व हैं।
🌿 प्राकृतिक सुंदरता
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इसको “ईश्वर का अपना देश” (God’s Own Country) कहा जाता है।
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प्रसिद्ध बैकवॉटर, समुद्र तट, हिल स्टेशन और आयुर्वेदिक रिसॉर्ट्स के लिए प्रसिद्ध है।
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मुनार, थेक्कडी, वायनाड, कुमारकोम, अलेप्पी प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
📚 शिक्षा व साक्षरता
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यह भारत का सबसे शिक्षित राज्य है।
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साक्षरता दर 96% से अधिक (राष्ट्रीय औसत से बहुत ऊँचा)।
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महिलाओं की शिक्षा में भी राज्य अग्रणी है।
💻 डिजिटल प्रगति
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यह देश का पहला पूर्ण ई-गवर्नेंस राज्य घोषित किया गया है।
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पुल्लमपारा पंचायत देश की पहली डिजिटल साक्षर पंचायत बनी।
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अब इसको पहला पूर्ण डिजिटल साक्षर राज्य बनाने की ओर कार्य हो रहा है।
🏥 स्वास्थ्य व जीवन स्तर
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भारत में सबसे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ केरल में हैं।
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जीवन प्रत्याशा सबसे अधिक और शिशु मृत्यु दर सबसे कम।
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आयुर्वेदिक चिकित्सा का अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त केंद्र।
📊 आर्थिक स्थिति
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मुख्य आय स्रोत: प्रवासियों द्वारा भेजी गई राशि (NRI remittances), पर्यटन, मसाले, नारियल, रबर, मत्स्य पालन।
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उद्योगों की तुलना में सेवा क्षेत्र ज्यादा विकसित।
👩🦰 महिला सशक्तिकरण
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महिला साक्षरता, स्वास्थ्य और सामाजिक स्थिति में भारत के सभी राज्यों से आगे।
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कई क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी अत्यधिक है।
🧠 अन्य प्रमुख विशेषताएं
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देश की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी की स्थापना यहीं हुई।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध फिल्म उद्योग: मलयालम सिनेमा।
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सबसे अधिक मानव विकास सूचकांक (HDI) वाला राज्य।
✅ अतिरिक्त जानकारी – केरल के बारे में
📖 1. केरल का प्रथम पुस्तक गाँव
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यहाँ का पहला “बुक विलेज” (पुस्तक गाँव) पेरूमकडविला में विकसित किया गया है।
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इसका उद्देश्य पुस्तक पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना है।
🐘 2. केरल और हाथियों का विशेष संबंध
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इसको “हाथियों की भूमि” भी कहा जाता है।
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यहाँ का गुरुवायूर मंदिर हाथियों के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ 40 से अधिक प्रशिक्षित हाथी रहते हैं।
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हर साल “त्रिशूर पूरम” महोत्सव में सजाए गए हाथियों की भव्य झांकी निकलती है।
🛶 3. सांप नौका दौड़ (Snake Boat Race)
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यह केरल की अनूठी जल परंपरा है, जो ओणम पर्व के दौरान आयोजित होती है।
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चुन्नन वल्लम (Snake Boat) में 100 से अधिक लोग होते हैं, और यह खेल उत्सव जैसा होता है।
🛕 4. केरल के मंदिरों की विशेषता
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यहाँ के मंदिरों में धातु की बजाय लकड़ी और पत्थर का निर्माण अधिक होता है।
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शबरीमाला मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है, जहाँ लाखों श्रद्धालु जाते हैं।
🌾 5. जैविक खेती और कृषि नवाचार
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यह भारत का पहला राज्य है जहाँ 100% जैविक खेती को अपनाने के प्रयास किए जा रहे हैं (सिक्किम के बाद सबसे आगे)।
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यहाँ की पोक्कली चावल प्रणाली नमकीन जल में खेती का अनोखा उदाहरण है।
🌍 6. केरल और पर्यावरण संरक्षण
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यह पहला राज्य है जहाँ हर पंचायत में वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने की योजना है।
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साइलेंट वैली नेशनल पार्क जैव विविधता के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
🛣️ 7. विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर
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कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया का पहला ऐसा हवाई अड्डा है जो पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होता है।
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यहाँ वाटर मेट्रो सेवा की शुरुआत हुई है — भारत में अपनी तरह की पहली परियोजना।
👥 8. केरल में समाज सुधार आंदोलन
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यहाँ नारायण गुरु, अय्यन कालि, और चट्टम्पी स्वामी जैसे सुधारकों ने सामाजिक समानता के लिए बड़ा योगदान दिया।
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ये आंदोलन जातिवाद, छुआछूत और भेदभाव के खिलाफ थे।
💼 9. केरल मॉडल विकास (Kerala Model of Development)
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इसे संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक जैसे संस्थानों ने भी सराहा है।
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यह मॉडल बताता है कि कैसे कम संसाधनों में भी उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक विकास संभव है।
🎭 10. फोल्क आर्ट और संस्कृति
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यहाँ पावकूथू (छाया कठपुतली कला) और कूडियाट्टम जैसे कई प्राचीन लोक कलाएं प्रचलित हैं।
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कूडियाट्टम को UNESCO द्वारा विश्व धरोहर के रूप में मान्यता मिली है।
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